सगीर अमान उल्लाह
बाराबंकी। अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत बाराबंकी के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी के निर्देश पर प्रान्तीय संगठन मंत्री डॉ आर पी सिंह बिसेन के नेतृत्व में दुग्ध एवं दुग्ध उत्पाद में मिलावट खोरी पर कार्यवाही एवं जन जागरूकता के संबंध में एक मांग पत्र का ज्ञापन जिलाधिकारी बाराबंकी को सौपा।
स्वास्थ्य के लिए हानिकारक
उन्होंने जिलाधिकारी से मांग करते हुए कहा की दूध में मिलावट स्वास्थ्य के लिए बहुत ही हानिकारक है, इस पर तुरंत ही रोग लगाई जानी चाहिए। इस विषय में जानकारी देते हुए ग्राहक पंचायत के रोजगार सृजन आयाम के प्रांत प्रमुख राघवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि जिलाधिकारी महोदय से मिलकर प्रत्येक जिले में फूड टेस्टिंग मोबाइल वैन उपलब्ध कराने, जिले में दुग्ध एवं दुग्ध उत्पादन में मिलावट रोकने हेतु फ्लाइंग स्क्वाड का गठन करने तथा पर्याप्त संख्या में फूड इंस्पेक्टर नियुक्ति की मांग सम्मिलित है।
बनाया जाय ओपन टेस्टिंग सेंटर
ग्राहक पंचायत शाखा बाराबंकी के विधि आयाम प्रकोष्ठ प्रमुख दिवाकर सिंह एडवोकेट ने बताया की दूध की सैंपलिंग के लिए प्रत्येक तहसील केंद्र पर प्रशासन की ओर से निशुल्क ओपन टेस्टिंग सेंटर बनाया जाना चाहिए और जब भी चेकिंग में दूध एवं दूध से बनी सामग्री में मिलावट पाई जाए, तब इसका वृहद प्रचार प्रसार समाचार पत्रों एवं सोशल मीडिया के माध्यम से किया जाए, जिससे मिलावटखोरों के हौसले पस्त हों। आगे जानकारी देते हुए ग्राहक पंचायत के प्रांत कार्यकारिणी सदस्य जितेन्द्र शर्मा ने बताया कि पशुओं को आक्सीटोसिन का इंजेक्शन लगाना पूर्णतया प्रतिबंधित होना चाहिए तथा चिकित्सक की राय पर ही बाजार में ऑक्सीटोसिन की बिक्री होनी चाहिए और दूध का रेट शासकीय स्तर पर घोषित होना चाहिए।
जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपने वालों में ग्राहक पंचायत जनपद शाखा बाराबंकी के दीपक सिंह रैकवार, देवेश तिवारी, योगेश तिवारी, शेषनारायण शुक्ला, प्रशांत पाण्डेय, अमन मिश्रा, दिनेश यादव, आशीष श्रीवास्तव, सानू अवस्थी, दौलता कुमारी, विमल रावत, सुनीत अवस्थी, अनुपम तोमर, जगतपाल सिंह सहित कई पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।