हजाराबाग वासी कर रहे शिकायत कि चेयरमैन बनते ही वायदे दर किनार
निवासियों ने सभासद पर भी लगाया आरोप की निवासियों की शिकायतें दरकिनार,केवल पैसा कमाने में लगे
स्वरूप टुडे संवाददाता
बाराबंकी। नागर पालिका परिषद नवाबगंज में चुनाव दरम्यान किए गए वायदों को लेकर तमाम सुविधा विहीन मोहल्ला वासियों को तमाम उम्मीदें थी वो धीरे-धीरे जनहित कार्यों के प्रति दिख रही हीलाहवाली व उदासीनता को देखदेख अब धाराशायी हो गईं हैं। तमाम मोहल्ला के वासियों ने जीते सभासद से लेकर नगरपालिका चेयरमैन तक को कोसना शुरु कर दिया है। जिसमें या तो भाजपा सरकार भेदभाव कर योजनाओं को ले अपने पिटारे जनपद की नगर पालिका परिषद के लिए बंद कर चुकी है या फिर जीतने के बाद मंशा ही जनहित से बदलकर स्वहित तक निहित होकर रह गई है। ऐसा दरअसल इसलिए भी प्रतीत हो रहा है क्योंकि शहर के बीचों बीच सतरिख नाका चौराहा से चंद कदमों की दूरी पर मोहल्ला हजाराबाग की हालत ग्रामीण क्षेत्रों से भी ज़्यादा बदतर हैं। ऐसा लगता हैं जैसे वो नागर पालिका क्षेत्र में आता ही नहीं। बताते चलें की मोहल्ला हजाराबाग निवासियों ने अपना नाम न अख़बार में छापने को कह कर बताया। हम लोगो ने कई बार अपने क्षेत्र के सभासद से मौखिक रूप से कहा तीन से चार बार लिखित प्राथना पत्र दिया। मगर आज तक कोई सुनवाई नही हुई। बीते कई वर्षों से यहीं हाल हैं यहां का लोकसभा चुनाव के समय सभी पार्टी के प्रत्याशी इन्ही गंदी बज बजाती नालियों के गन्दे पानी में पिल कर वोट मांगने आए मगर इन प्रत्याशियों को मोहल्ला वासियों की दिक्कत नहीं दिखाई दी। बड़ी बात तो ये हैं दुर्भाग्य से एक किलो मीटर की दूरी पर मौजूदा चेयरमैन का भी निवास स्थान हैं। निवासियों की अहम शिकायत विभाग से तमाम शुल्क वसूलना याद रहने को लेकर भी है कि शुल्क सुविधा शुल्क को लेकर चाकचौबंद विभाग जहां जनहित के मुद्दे आते हैं वहां क्षेत्र उसकी सीमा में आता है ये भी भूल जाता है। अब देखने वाली बात होगी के ये सोया हुआ नगर पालिका परिषद कुंभकरण नीद से कब जागेगा? जब कि ये बदहाली चेयरमैन के निवास से चंद कदम की दूरी पर ही हैं। सभासद से लेकर विभाग को नजर नहीं आ रही तो वहां के निवासियों का न. पा.प.से किया गया सवाल वाजिब प्रतीत होता है। भले ही तमाम बहाने बनाए जाएं लेकिन कम से कम हाल लेकर ढाडस तो सुविधाओं को लेकर बंधाने का कर्तव्य तो बनता ही है, लेकिन वो भी अगर ना हो तो लोग कुछ तो कहेंगे ही।