मैं मुस्लिम हूं इसलिए मेरे खिलाफ एक्शन- चंदा बिल्डर
उसी ज़मीन को लेकर भाजपा नेता पर एफआईआर हुई थी, लेकिन गिरफ्तारी नहीं हुई
सगीर अमान उल्लाह
बाराबंकी:प्रशासनिक अधिकारियों की कार्यशैली से क्षुब्ध बिल्डर नौशाद आलम का दर्द सामने छलक रहा है। जिला प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा उनपर जबरदस्ती की कार्यवाही की जा रही है। इसका कारण है की मैं मुस्लिम हूं। जबकि एक बीजेपी नेता के विरुद्ध कोई कार्यवाई नही हुई।बिल्डर नौशाद आलम अपने वकील पवन वैश्य के आवास पर अपने मुकदमे के संबंध में यहां आए हुए थे। उन्होंने जिला प्रशासन के रवैए की दास्तान सुनाते वक्त वोह काफी आहत नजर आये। लेडी सीएमएस बंगले की जमीन को लेकर बिल्डर नौशाद आलम ने जिला प्रशासन पर आरोप लगाए हैं। सीएमएस बंगले की विवादित जमीन के संबंध में उन पर एफआईआर हुई थी, जिसके कारण उन्हें जेल जाना पड़ा। उनका कहना है कि प्रशासन उस जमीन को उनसे जबरन हथियाना चाहता है नौशाद आलम ने कहा कि उन्हें फिर से एक फर्जी एफआईआर का सामना करना पड़ रहा है।
बताया कि लेडी बंगला मामले के बाद अभी कुछ दिन पूर्व मोहल्ला घोसियाना स्थित एक प्लाट को लेकर अधिकारियों ने उन पर फर्जी मुकदमा दर्ज कराया है। प्रशासनिक अधिकारियों की मनमानी पर अपना पक्ष रखते हुए उन्होंने बताया कि वर्ष 2016 में उनके द्वारा 1943.42 वर्गमी का एक प्लाट घोसियाना मोहल्ले में खरीदा गया था। 50 लाख कीमत वाले इस प्लाट का एग्रीमेंट उपनिबंधक कार्यालय नवाबगंज में हुआ था। 27 सितम्बर 2016 को कार्यालय की बही संख्या 1 जिल्द संख्या 10052 में पृष्ठ संख्या 29 से 62 तक क्रमांक 17005 पर उसे अंकित किया गया था। नौशाद के अनुसार तीन साल बाद उन्हें जब पता चला कि यह जमीन विवादित है तो उन्होंने अपना एग्रीमेंट खारिज कर दिया था। यह मामला कार्यालय में बही संख्या 1 जिल्द संख्या 12686 में पृष्ठ संख्या 25 से 38 तक क्रमांक 19741 पर 27 नवम्बर 2019 को दर्ज किया जा चुका है। इनका कहना था कि जब उस जमीन से मेरा कोई मतलब नहीं रह गया इसके बावजूद प्रशासन द्वारा मेरे ऊपर दर्ज कराया गया मुकदमा फर्जी है। प्रशासन से उनकी दुश्मनी को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता कि आखिर अधिकारी मुझसे चाहते क्या हैं।और वे इस मामले को उच्च न्यायालय और सुप्रीम कोर्ट तक ले जाने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि एक भाजपा नेता पर भी उसी जमीन को लेकर एफआईआर हुई थी, लेकिन उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें मुस्लिम होने के कारण प्रताड़ित किया जा रहा है।