Md Javed
बाराबंकी। गत दिनों हुए हेलीकॉप्टर दुर्घटना में ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी सहित अन्य लोगों की असमय मौत हो गई थी मृतकों की याद में शुक्रवार को शहर से 7 किलोमीटर दूर मौथरी स्थित इमामिया मस्जिद में अज़ादाराने मौथरी की ओर से एक शोक सभा का आयोजन किया गया तथा मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई। शोक सभा कार्यक्रम में वक्ताओं ने इब्राहिम रईसी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उनकी असमय मौत को विश्व के लिए अपूर्णीय क्षति बताते हुऐ मृतकों के परिवार के प्रति संवेदना वयक्त की। सर्व प्रथम जाकिर ए अहलेबैत अली अब्बास ने कहा कि इस धरती पर जो भी आया है उसकी मृत्यु निश्चित है हर इंसान को मौत का ज़ायका चखना है। उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की दूसरी मजलिस को संबोधित करते हुए मौलाना मोहम्मद राहिम रिज़वी ने कहा कि सच बोलना,परेशानियों में सब्र करना,गुनाहों से बचना,लोगों से अच्छा सुलूक करना,बुराईयों से बचना मोमिन होने की पहचान है उन्होनें इब्राहिम रईसी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उनके द्वारा मानवता की रक्षा के लिए किए गए प्रयासों पर का उल्लेख किया अंत में मौलाना ने करबला में हुए अत्याचार का जिक्र किया जिसको सुनकर उपस्थित लोगों की आंख से आंसू निकल पड़े इस अवसर पर सैकड़ों की संख्या में शिया मुस्लिम समुदाय के लोग मौजूद रहे।