सगीर अमान उल्लाह
कोठी बाराबंकी। विकासखंड सिद्धौर क्षेत्र की ग्राम पंचायत अलुवामऊ गांव में मनरेगा योजना के अंतर्गत कैथरीन बोस अमृत सागर (गाटा संख्या90) में खुदाई का कार्य चल रहा था। मनरेगा योजना को ताख पर रखकर कार्य कराया जा रहा है। मानक की धज्जियां उड़ाने के साथ-साथ खुलेआम भ्रष्टाचार किया जा रहा है। मौके पर जब इसकी जांच पड़ताल की गई तो हकीकत कुछ और ही नजारा देखने को मिला।
हाजिरी 25 मजदूरों की मौके पर 18
ऑनलाइन हाजिरी पोर्टल पर 25 मजदूरों की हाजिरी लगाई गई थी। मौके पर 18 मजदूर कार्य करते मिले बाकी मजदूरों का काम कागजों पर चल रहा है लेकिन मौके पर मजदूर नहीं मिले मनरेगा योजना का पूरा नाम महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम या मनरेगा अधिनियम 7 सितंबर 2005 को लागू हुई थी। मनरेगा योजना के अंतर्गत एक वित्तीय वर्ष में कम से कम 100 दिनों का रोजगार 5 किलोमीटर के अंदर उपलब्ध कराना है लेकिन यह योजना अधिकारी और कर्मचारियों के लिए कामधेनु गाय साबित हो रही है यह बात हम इसलिए कह रहे हैं कि जब मौके पर जांच पड़ताल की गई तो इस बात की पुष्टि हुई। आरोप लगाने की कोई बात नहीं है हकीकत में इस योजना के अंतर्गत अधिकारी कर्मचारी मलाई काट रहे हैं। अधिकारी और कर्मचारियों ग्राम प्रधान ग्राम विकास अधिकारी तकनीकी सहायक की मिली भगत से मनरेगा योजना में जमकर खेला किया जा रहा है।
मानकों की उड़ाई जा रही धज्जियां…
भारत सरकार द्वारा चलाई गई महत्वाकांक्षी योजना मे जमकर भ्रष्टाचार और जेब भरने का काम किया जा रहा है बता दें कि मानक की धज्जियां उड़ाई जा रही है लेकिन अधिकारी कर्मचारी बिल्कुल ध्यान नहीं दे रहे हैं इसी के साथ-साथ करीब 25 मजदूरों की हाजिरी लगाई गई थी लेकिन सिर्फ मौके पर 18 मजदूर कार्य करते पाए गए इस जगह तो फर्जी सरकारी धन बर्बाद किया जा रहा है कैथरीन बोस अमृत सागर (गाटा संख्या 90) मैं नाम मात्र का काम कर भ्रष्टाचार किया जा रहा है यानी खुले आम मनरेगा में भ्रष्टाचार किया जा रहा है बरहाल इस तरीके का सफेद भ्रष्टाचार खुले आम किया जा रहा अब देखने वाली बड़ी बात यह है कि इस पर जिले के उच्च अधिकारी और कर्मचारी क्या संज्ञान लेते हैं या ठंडा बस्ती में डाल देते हैं ग्रामीणों में चर्चा का विषय बना हुआ है ग्रामीणों की निगाहें इसी मुद्दे पर टिकी हुई है इस संबंध में जब खंड विकास अधिकारी पूजा सिंह से बात करने की कोशिश की गई तो उनका फोन रिसीव नहीं हुआ ।