आखिर मायावती ने आकाश आनंद पर क्यों लिया एक्शन!चौंका देगी वजह
ST-Editor May 8, 2024 खास खबर 103 Views
लखनऊ। लोकसभा चुनाव 2024 से पहले मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को अपना उत्तराधिकारी और पार्टी का नेशनल कोआर्डिटनेटर के पद की बड़ी जिम्मेदारी सौंपी थी। लेकिन अब उन्होंने आनंद को दोनो पदों से हटाने का एलान कर दिया है। जानकर बताते है कि इसके पीछे आनंद का चुनावी रैलियों में आक्रामक भाषण है,जिसके लिए मायावती ने उन्हें दोनो पदों से मुक्त करने का फैसला लिया है। इसी के साथ आकाश आनंद के राजनीतिक कॅरियर पर भी सवालिया निशान लग गया है।
ये थी खास वजह…
आपको बता दे कि सीतापुर की रैली में बीजेपी की सरकार को आंतकवादियों की सरकार और जूते मारने के भाषण के बाद आकाश आनंद पर ये कार्रवाई की गई है। इस मामले में आकाश आनंद और तीन प्रत्याशियों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया है।
मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा है कि बीएसपी एक पार्टी के साथ ही बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान तथा सामाजिक परिवर्तन का भी मूवमेन्ट है। जिसके लिए कांशीराम और मैंने खुद भी अपनी पूरी जिंदगी समर्पित की है। इसे आगे बढ़ाने के लिए नई पीढ़ी को भी तैयार किया जा रहा है। इसी क्रम में पार्टी में अन्य लोगों को आगे बढ़ाने के साथ ही आकाश आनंद को नेशनल कोओर्डिनेटर व अपना उत्तराधिकारी घोषित किया। लेकिन लेकिन पार्टी व मूवमेंट के व्यापक हित में पूर्ण परिपक्वता आने तक अभी उन्हें इन दोनों अहम जिम्मेदारियों से अलग किया जा रहा है। आनंद कुमार पार्टी व मूवमेंट में अपनी जिम्मेदारी पहले की तरह ही निभाते रहेंगे। बीएसपी का नेतृत्व पार्टी व मूवमेंट के हित में व बाबा साहेब डॉ. अंबेडकर के कारवां को आगे बढ़ाने में हर प्रकार का त्याग व कुर्बानी देने से पीछे नहीं हटने वाला है।
सीतापुर की चुनावी सभा में दिया आक्रामक भाषण
दरअसल 28 अप्रैल को आकाश आनंद की सीतापुर में लोकसभा चुनाव 2024 जनसभा थी, इसमें उन्होंने कहा था कि ये आतंकवादियों की सरकार है, इस सरकार को हटाना है और मायावती को प्रधानमंत्री बनाना है। उनका निशारा बीजेपी की तरफ था, इसी बिगड़े बोल के चलते आकाश पर एफआईआर कराई गई थी। आकाश आनंद का ये भाषण काफी वायरल भी हुआ था। मायावती ने जबसे आकाश आनंद को चुनावी मैदान में उतारा था, लगातार उनकी प्रसिद्धि का ग्राफ बढ़ रहा था। आक्रामक शैली के उनके भाषण सुनकर बसपा समर्थक जोश में आ जाते थे।